हिंदी भाषा का क्या महत्व है? हिंदी भाषा का ज्ञान
भारत देश में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है हिंदी और दूसरी भाषा है बांग्ला, संविधान के भाग-17 के अनुसार 343 (1) के अनुसार संघ की राजभाषा ‘हिंदी’ और लिपि देवनागरी घोषित की गई है । संघ की राजभाषा के रूप में ‘ हिंदी’ को 14 सितम्बर 1949 को मान्यता प्रदान कराइ गई थी। भारत देश की तेलगू भाषा को ‘इटालियन ऑफ़ द ईस्ट’ कहा जाता है । और पंजाबी भाषा गुरुमुखी लिपि में लिखी जाती है। संविधान के अष्टम अनुसूची में 22 भाषाओ को मान्यता प्राप्त है , जबकि मूल में 14 थी । तथा राजभाषा आयोग का गठन 1955 में किया गया था जिसके अध्यक्ष बी जे खेर थे। और हिंदी दिवस 14 सितम्बर को मनाया जाता है । अंग्रेजी भाषा को अरुणाचल प्रदेश , नागालैंड और मेघालय में राजभाषा का दर्जा प्राप्त है। भारत देश के प्रथम राष्ट्रकवि मैथलीशरण गुप्त को ‘ आधुनिक युग का तुलसी ‘ कहा जाता है । और हिंदी विषय पर प्रथम पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति सुमित्रानंदन पंत थे। और आधुनिक युग की मीरा के रूप में महादेवी वर्मा को तथा भारतीय आत्मा के रूप में माखनलाल चतुर्वेदी को कहा या जाना जाता है । संस्कृत व्याकरण के जनक पाणिनि को कहा जाता है । संसार का सबसे बड़ा महाकाव्य महाभारत है । और महाभारत की रचना की थी वेद व्यास ने तथा विश्व का आदि महाकाव्य है रामायण को और आदिकवि वाल्मीकि को माना जाता है । तथा रामायण मुलता संस्कृत भाषा में तथा रामचरित मानस अवधि भाषा में लिखी गई थी । और हिंदी का बड़ा महाकाव्य पृथ्वी राजरासो थे । तथा हिंदी भाषा इंडो- यूरोपियन से सम्बंधित है । और कालिदास भारत का शेक्सपियर कहलाता है , और सुमित्रानंदन पंत सुकुमार कवी कहलाते है। तथा विश्व में सबसे प्राचीन भाषा सुमेरियर है । और केंद्रीय अंग्रेजी व विदेशी भाषा संस्थान हैदराबाद में है , जबकि इंस्टीटयूड ऑफ़ एडवांस स्टडीज शिमला में अवस्थित है , और भारत देश में आधुनिक शिक्षा के जन्मदाता चार्ल्स ग्रांट को ईसवी 1792 में माना जाता है । भारत देश का आइंस्टाइन नागार्जुन को कहा जाता है , तथा कलम का सिपाही मुंशी प्रेमचंद को कहा जाता है । और हिंदी में साशुलिपि के जन्मदाता राधेलाल द्विवेदी है । तथा प्रथम हिन्दू विधि निर्माता मनु थे । देश का प्रथम विश्वविद्यालय था नालंदा विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना गुप्त शासक कुमार गुप्त प्रथम ने 450 ईसवी में किया था । और विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना पाल शासक धर्मपाल ने नववि सदी में किया था , और प्रथम हिंदी सम्मलेन भारत देश में 1975 ईसवी में नागपुर में किया गया था । और वेटिकन सिटी एकमात्र ऐसी सिटी है जहा पर सभी देश की भाषाएँ मान्य की गई है । तो सभी अभ्यर्थियोंको इस पाठ के माध्यम से भारतीय देश की हिंदी भाषा और इससे जुड़ा महत्वपूर्ण इतिहास का अभ्यास हमने इस में किया है , आज भाषा महत्त्व यह है की, हमें एक दूसरे के साथ सम्भाषण , विचार और हमारी भावनाओंको व्यक्त कर सकते है।
भारत देश के महत्वपूर्ण बजट और वैट
भारत देश का पहला लौह इस्पात कारखाना 1874 में कुल्फी पश्चिम बंगाल में बंगाल आयतन वर्क्स के रूप में स्थापित किया गया था । और बड़े पैमाने पर पहला लौह इस्पात कारखाना (TISCO) की स्थापना 1907 में की जनशेदाजी टाटा द्वारा की गई थी जो की साकची झारखण्ड में स्थित स्वर्ण रेखा नदी की घाटी में किया गया था । भिलाई इस्पात संयंत्र की स्थापना 1955 में तत्कालीन मध्य प्रदेश में भिलाई जो की दुर्ग जिला था छत्तीसगढ़ में की गई थी , जो की पूर्व सोवियत संघ की सहायता से की गई थी । राउलकेला/ हिंदुस्तान स्टिल लिमिटेड जो की राउलकेला ओडीशा राज्य में स्थित है जिसकी स्थापना की गई थी 1959 में की गई थी जो की पश्चिमी जर्मनी की सहायता से की गयी थी । और हिंदुस्तान स्टील लिमिटेड , जो की दुर्गापुर पश्चिम बंगाल की स्थापना 1956 में ब्रिटेन की सहायता से की गयी थी । भिलाई जो की है दुर्गापुर में तथा राउलकेला के कारखानों की स्थापना द्वितीय पंचवार्षिक योजना काल में 1956-61 में हुई थी। बोरलो स्टील प्लांट की स्थापना 1964 में की गई थी जो की तत्कालीन बिहार में थी और अब स्थित है झारखण्ड के बोकारो में पूर्व सोवियत संघ की सहायता से तृतीय पंचवर्षीय योजना काल में की गई थी । भारत देश में सूती वस्त्र का पहला कारखाना 1818 ईसवी में कोलकाता के समीप फोर्ट जलस्तर में स्थापित की गई थी । स्टील ऑथोरिटी ऑफ़ इंडिया (SAIL) की स्थापना 24 जनवरी 1973 में की गई थी। और भारत देश में पोएहला सीमेंट कारखाना मद्रास में 1904 ईसवी में लगाया गया , जो असफल रहा। तथा सार्वजनिक क्षेत्र का पहला उर्वरक कारखाना सिंदरी जो की झारखण्ड राज्य में 1951 में शुरू हुआ। और नेफनगर में अखबारी कागज के लिए प्रसिद्ध है । तथा भारत देश का पहला तेलशोधक कारखाना असम के डिगबोई में 1901 में प्रारंभ हुआ। और भारत देश का सबसे प्राचीन व बड़ा उद्योग सूती वस्त्र (कपड़ा उद्योग) उद्योग है । भारत देश में जुट का पहला कारखाना 1855 में कोलकाता के रिशरा में स्थापित किया गया । तथा कपास को सफ़ेद सोना भी कहा जाता है । और आंतरराष्ट्रीय जुट संगठन का ढाका में है । जुट को सोने का रेशा कहा जाता है । तथा मुंबई को सूती वस्त्रो की राजधानी अहमदाबाद में को भारत का बोस्टन कहा जाता है, और कानपूर को उत्तर भारत का मैनचेस्टर कहा जाता है तथा कोयमबटूर को दक्षिण भारत का मैनचेस्टर कहा जाता है । भारत हैवी का इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) की स्थापना 1964 ईसवी में की गयी थी । तेल और प्राकृतिक गैस वीगन (ONGC) की स्थापना 14 अगस्त 1956 को हुई थी। तथा एशिया का बड़ा उर्वरक संयंत्र सिंदरी में है । और फिरोजाबाद में कांच उद्योग के प्रमुख केंद्र है ।