भारत की भौतिक विशेषताएं क्या हैं?


भारत की भौतिक विशेषताएं क्या हैं?  | भारत देश के पर्वत, द्वीप, मैदान , मिट्टी , जलवायु एवं नदियाँ

भारत देश के ओडिशा राज्य का शोक ब्रम्हाणी नदी कहलवाती है , महानदी ओडिसा में अपना डेल्टा बनती है और भारत देश की सबसे लम्बी नहर इंदिरा गाँधी नहर या राजस्थान नहर सतलज एवं व्यास नदी से जल पाती तथा हरिके बैराज से निकलती है तथा मिटटी का अध्ययन पेडोलोजी कहलाता है । झीलों का अध्ययन लिगमोलॉजी कहलाता है , और चट्टानों का अध्ययन पेट्रोलॉजी कहलाता है , भारत देश की सबसे ऊँची झील चोलामु जो की सिक्किम राज्य में स्थित है । और भारत देश की सबसे बड़ी कृत्रिम झील गोविन्द बल्लभ पंत सागर है जो उत्तर प्रदेश में रिहन्द नदी पर बनाये गए बांध से बना है । और कोलोरेडो नदी पर निर्मित मिड झील संसार का सबसे बड़ा मानव निर्मित झील है । तथा चिल्का ओडिशा में स्थित भारत देश की सबसे बड़ी लैगून एवं खरे पानी की झील है । पुलिकट एक लैगून झील है जो आंध्रा प्रदेश तथा तमिलनाडु के सिमा पर अवस्थित है, और होगेनकाल जल प्रपात कावेरी नदी पर है , तथा भारत का सबसे ऊँचा जल प्रपात कुंचिकल में जो की 445 मीटर ऊँचा है वरही नदी पर कर्नाटक में है । और सर्वाधिक उपजाऊ एवं सर्वाधिक मात्रा में पायी जाने वाली मिटटी जलोढ़ जिसे की दोमट मिटटी के नाम से भी जाना जाता है जो गेहू एवं धन के लिए अच्छी होती है , और जलोढ़ मिटटी में पोटाश , चुना एवं जैव पदार्थो की पदार्थो की प्रचुरता तथा नाइट्रोजन , फॉसफोरस एवं ह्यूमस की कमी पाई जाती है । और पुराणी जलोढ़ मिट्टी को बांगर कहा जाता है , तथा नविन जलोढ़ मिटटी को खादर कहा जाता है , काली मिटटी का निर्माण ज्वालामुखी से निर्मित बेसाल्ट चट्टानों से हुआ है, तथा कपास के खेती के लिए काली मिटटी उत्तम होती है , इसे रेगुर मृदा या मिटटी भी कहा जाता है । काली मिटटी महाराष्ट्र , मध्य प्रदेश , गुजरात , आंध्रा प्रदेश , कर्नाटक में अधिक पाई जाती है , और काली मिटटी मिटटी में नमी धारण करने की क्षमता अधिक होती है तथा लौह- ऑक्साइड की अधिकता के कारण लाल मिटटी का रंग प्राय: लाल होता है । लाल मिटटी मिटटी प्राय: उर्वरता विहीन बंजर- भूमि के रूप में पायी जाती है , चुने का इस्तेमाल कर उसकी उर्वरता बढ़ाई जा सकती है, और लाल मिटटी मुख्य रूप से प्रायद्वीप भारत जो की आंध्रा प्रदेश के तमिलनाडु में पाई जाती है । लैटेराइट मिटटी का निर्माण अधिक वर्षा वाले क्षेत्रो में शैलो के टूट- फुट तथा जल के साथ चुना व् सिलिका के निक्षालन से हुआ है, चाय की खेती के लिए लैटेराइट मिटटी उत्तम होती है , इसमें आयरन एवं सिलिका होती है। भारत देश की जलवायु उष्ण कटिबंधीय मानसूनी है , और भारत देश में मॉनसून का आगमन जून के प्रथम सप्ताह में केरल में होता है , तथा भारत में अधिकांश वर्षा दक्षिण- पश्चिम मॉनसून से होती है जिसका सर्वप्रथम आगमन केरल में जून के प्रथम सप्ताह में होता है और जेड के दिनों में तमिलनाडु के ततो या कोरोमंडल तट पर वर्षा लौटती हुई मानसून या उत्तरी- पूर्वी मॉनसून के कारण होती है। भारत के पश्चिमी समुद्री तट पर वर्षा दक्षिण- पश्चिम मानसून से होती है, और ग्रीष्मकाल में आने वाली तूफानी को पश्चिम बंगाल में काल बैशाखी कहा जाता है, गर्मी में असं एवं पश्चिम बंगाल में तीव्र आर्द्र हवाए चलती है जिसे नरजेस्टर कहा जाता है, और रबी की फसल अक्टूबर- नवम्बर में बोई जाती है तथा मार्च- अप्रैल में काट ली जाती है . और खरीफ की फसल जून- जुलाई में बोई जाती है तथा नवम्बर- दिसंबर में काट ली जाती है , गेहू, जो , चना , मटर , सरसो , आलू , राइ इत्यादि रबी फैसले है जबकि धान , गन्ना , तिलहन , ज्वार , बाजरा , मक्का , अरहर आदि खरीफ फैसले है। भारत देश के द्वीप समूह को दो भागो में बांटा है , और लक्षद्वीप एवं अंडमान- निकोबार द्वीप समूह तथा अंडमान- निकोबार द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में तथा लक्षद्वीप समूह अरब सागर में स्थित है , और लक्षद्वीप समूह प्रवाल जो की कोरल के नाम से भी निर्मित है श्री हरिकोटा जो की आंध्रा प्रदेश में है वह प्रवाल द्वीप है तथा लक्षद्वीप की राजधानी कावारत्ती है , और लक्षद्वीप में कुल द्वीपों की संख्या 36 है 8 अंश में चैनल मिनीकाय और मालदीव को अलग करता है जबकि 9 अंश चैनल लक्षद्वीप एवं मिनीकाय को अलग करता है , तथा लक्षद्वीप समूह का सबसे बड़ा द्वीप आन्द्रोत है , तथा लक्षद्वीप समूह का सबसे छोटा द्वीप बित्र है । लक्षद्वीप के लोग मलयालम भाषा बोलते है और अंडमान- निकोबार द्वीप ज्वालामुखी निर्मित है तथा अंडमान- निकोबार समूह में कुल 572 द्वीप है । 10 अंश चैनल अंडमान को निकोबार से जबकि ग्रैंड चैनल सुमात्रा द्वीप जो की इंडोनेशिया को ग्रेट निकोबार द्वीप से अलग करता है । और अंडमान- निकोबार की राजधानी पोर्टब्लेयर है , तथा पोर्टब्लेयर दक्षिण अंडमान में स्थित है । यही सेलुलर जेल व् बीर सावरकर एयरपोर्ट है । और हैवलॉक द्वीप जिसे की स्वराज्य द्वीप भी कहते है रॉस द्वीप जो की सुभाषचंद्र बोस के नाम से भी है तथा नील द्वीप जो की शहीद द्वीप के नाम से भी जाना जाता है जो की दक्षिण अंडमान में स्थित है। अब्दुल कलाम द्वीप जो की व्हीलर द्वीप के नाम से भी प्रचलित था जो ओडिशा से 150 किलो मीटर दूर बंगाल की कड़ी में स्थित है और कोको स्ट्रेट कोकोद्वीप जो की म्यांमार एवं उत्तरी अंडमान को अलग करता है। अंडमान- निकोबार की सबसे ऊँची चोटी सैंडल पीक है , जो उत्तरी अंडमान में स्थित है । नारकोंडम द्वीप उत्तरी अंडमान के पूर्व में है और अंडमान निकोबार  की दूसरी सबसे ऊँची चोटी माउन्ट थूलियर है , जो उत्तरी अंडमान में स्थित है । डंकन पास दक्षिणी एवं लघु अंडमान के बिच है औंग छोटा अंडमान द्वीप के जनजाति है शॉम्पेन निकोबार द्वीप के जनजाति है और भारत देश एकमात्र सक्रीय ज्वालामुखी बैरन द्वीप मध्य अंडमान के पूर्वी भाग में स्थित है तथा पम्बन द्वीप आदम ब्रिज का एक भाग में स्थित है । आदम ब्रिज या रामसेतु जो की रामेश्वरम तमिलनाडु में है वः पम्बन द्वीप के अंतिम छोर घानुषकोडी से श्रीलंका के मन्नार द्वीप तक है । 


 

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