नीति आयोग क्या है कब बना? | भारत देश में नीति आयोग
भारत देश में नीति आयोग भारत सरकार द्वारा 1 जनवरी 2015 को गठित एक नै संस्थान है , जिसे की योजना आयोग के स्थान पर बनाया गया है । तथा निति आयोग एक गैर संवैधानिक निकाय है और निति (NITI) आयोग का पूर्ण रूप राष्ट्रिय भारत परिवर्तन संस्थान है , NITI का पूर्ण रूप है National Institution for Transforming India यह इसका इंग्लिश में पूर्ण रूप है , और निति आयोग का मुख्यालय दिल्ली में स्थित है , नीति आयोग भारत सरकार का थिंक टैंक भी कहलाता है । तथा निति आयोग योजना आयोग की तहत कोई वित्तीय आवंटन नहीं करता है, निति आयोग का प्राथमिक कार्य , सामाजिक एवं आर्थिक मुद्दों पर सरकार को सलाह देने का है ताकि सरकार ऐसी योजना का निर्माण करे जो लोगो के हिट में हो । आयोग के लिए 13 सूत्री उद्देश्य रखे गए है । और निति आयोग की संरचना में अध्यक्ष , उपाध्यक्ष , सीईओ (CEO), पूर्वकालीन सदस्य (Full Time Member), पदेन सदस्य (Ex-Officio Members ) , शासी परिषद् तथा विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल है । पुर्णकालिन सदस्यों की संख्या 5 होती है जिन्हे राज्य मंत्री के बराबर दर्जा प्राप्त होता है । पदेन सदस्य की अधिकतम संख्या चार होती है जो प्रधानमंत्री द्वारा नामित होते है । शासी परिषद् (Government Council ) में भारत देश के सभी मुख्यमंत्री और केंद्र शासित प्रदेशो के राज्यपाल या प्रशासक शामिल होते है । विशेष आमंत्रित सदस्यों में विभिन्न क्षेत्रो के विशेषज्ञ शामिल होते है जिन्हे प्रधानमंत्री द्वारा नामित किया जाता है , और नीति आयोग का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता है , तथा निति आयोग के वर्त्तमान अध्यक्ष नरेन्द्रजी दामोदरदास मोदी जी है निति आयोग के उपाध्यक्ष की नियुक्ति प्रधानमंत्री के द्वारा की जाती है , तथा उपाध्यक्ष को कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त होता है । सीईओ भारत सरकार के सचिव स्टार के अधिकारी होते है जिन्हे निश्चित कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त किया जाता है । निति आयोग के प्रथम अध्यक्ष नरेंद्र मोदी जी है , और निति आयोग के प्रथम उपाध्यक्ष अरविंद पानगड़िया तथा प्रथम सीईओ सिंधुरी खुल्लर थे । निति आयोग के क्रियान्वयन का दायित्व केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर होता है । योजनाओ को अंतिम स्वीकृति या अनुमोदन राष्ट्रिय विकास परिषद् (NDC) करता है , तो हमने इस पथ में भारत देश में योग्य योजनाओ के लिए गठित निति आयोग का पूर्ण रूप से परिपूर्ण परिचय और अध्ययन भी किया है ।