भारतीय मुद्रा प्रणाली क्या है? | भारत देश में मुद्रा प्रणाली
भारत देश की मौद्रिक व्यवस्था की इकाई रूपया है । और RBI के मौद्रिक निति का नाम नीतिगत दस्तावेज है, और रूपया नाम का सिक्का पहली बार शेरशाह सूरी ने लगभग 1542 ईसवी में जारी किया था। भारत देश में सर्वप्रथम पत्र मुद्रा का चलन 1806 में तथा कागजी मुद्रा करेंसी का प्रचलन 1862 में हुआ था । भारत देश में दशमलव मुद्रा प्रणाली 1 अप्रैल 1957 के साल से प्रारंभ हुई थी । मुद्रा का अवमूल्यन तीन बार हुआ था 1949 , 1966 तथा 1991 में हुआ था । भारत देश में सिक्को की टकसाल मुंबई में 1830 के साल में हैदराबाद में 1903 में कोलकाता में 1950 में और नोएडा में 1989 में हुआ था । और 10, 50, 100, 500 मूल्य वर्ग के नोट करेंसी नोट प्रेस जो की स्थित है महाराष्ट्र राज्य के नाशिक जिले में यह करेंसी नोट प्रेस छापती है । बैंक और करेंसी नोट कागज तथा नॉन ज्यूडिशियल स्टाम्प पेपर की छपाई में प्रयोग होने वाले कागज का उत्पादन सिक्योरिटी पेपर मिल होशंगाबाद जो की मध्य प्रदेश राज्य में होता है। और एक रुपये के नोट और उससे काम राशि के करेंसी सिक्के वित्त मंत्रालय द्वारा , और जबकि एक रुपये से अधिक की राशि के नोट और सिक्के RBI द्वारा किये जाते है । तथा एक रुपये के नोट पर वित्त सचिव और एक रुपये से अधिक सभी नोटों पर भारतीय रिजर्व से अधिक सभी नोटों पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर का हस्ताक्षर होता है । नोट के निर्गमन की न्यूनतम कोष प्रणाली को अक्टूबर 1956 में अपनाया गया था । ग्रेशम का नियम मुद्रा प्रचलन से सम्बंधित है । और प्लास्टिक मनी क्रेडिट कार्ड को कहा जाता है , मुद्रा स्पीति में वस्तुओ की कीमत बढ़ती है और मुद्रा का मूल्य गिरता है । भारत देश में मुद्रा स्पीति की माप थोक मूल्य सूचकांक (WPI) द्वारा की जाती है जिसका वर्त्तमान आधार वर्ष 2011-12 है । मुद्रा स्पीति में ऋणी / लेनदार को लाभ होता है । मुद्रा स्फीति में देनदार को हानि होती है । 11 देशो ने सर्वप्रथम 1 जनवरी 1999 को यूरो को वैधानिक मुद्रा के रूप में अपनाया गया था, और वर्त्तमान में यूरो 19 देशो की मुद्रा है , तथा भारत देश सबसे अधिक विदेशी मुद्रा कच्चा तेल के आयात पर व्यय करता है । और भारत देश सबसे अधिक विदेशी मुद्रा पेट्रोलियम उत्पाद के निर्याद से प्राप्त करता है । तथा सर्वाधिक विदेशी मुद्रा कोष चीन के पास है । और सबसे अधिक महंगी मुद्रा है पाउण्ड स्टर्लिंग है , और भारत देश ने वर्ष 1947 में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की सदस्यता प्राप्त की थी । और 15 जुलाई 2010 को भारतीय मुद्रा को नया चिन्ह जो रु दिया था या डिजाइन किया था डी उदय कुमार जी ने किया था । तो हमने इस पाठ में भारत देश में मुद्रा प्रणाली का सम्पूर्ण महत्वपूर्ण का अभ्यास किया है ।
भारत देश में गवर्नर जनरल और वायसराय
भारत देश के पश्चिम बंगाल राज्य का पहला गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग था । और पिंडारियो का दमन लॉर्ड हेस्टिंग के द्वारा किया गया था , तथा बंगाल में द्वैध शासन रोबर्ट क्लाइव का था । बंगाल में स्थाई बंदोबस्त लार्ड कॉर्नवालिस के द्वारा किया गया था , तथा भारत देश में सिविल सेना का जनक कॉर्नवालिस , और भारत देश का अंतिम गवर्नर जनरल लॉर्ड कैनिंग था । और भारत देश का प्रथम वाइसरॉय लॉर्ड कैनिंग था , तथा स्वतंत्र भारत देश का प्रथम गवर्नर जनरल लॉर्ड माउंटबेटन था । और बंगाल का विभाजन लार्ड कर्जन के द्वारा किया गया था , रेलवे बोर्ड का गठन लॉर्ड कर्जन के द्वारा किया गया , और बंगाल विभाजन लॉर्ड हार्डिंग – II के द्वारा रद्द किया गया था । भारत देश में रेलवे की स्थापना लॉर्ड डलहौजी के द्वारा किया गया , और भारतीय डाक विभाग की स्थापना भी लॉर्ड डलहौजी के द्वारा की गई थी । और पहली बार पाकिस्तान की मांग की लिनलिथगो द्वारा की गई थी । तथा जलियावाला बाग़ हत्याकांड लॉर्ड चेम्सफोर्ट के काल में हुई थी । और सती प्रथा 1829 का अंत तथा उगी ठगी प्रथा 1830 की समाप्ति हुई थी विलियम बैंटिक के द्वारा और प्रथम फैक्ट्री अधिनियम पारित लार्ड रिपन के काल में हुआ था । तथा अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना 1920 ईसवी में लॉर्ड चेम्सफोर्ड के समय में हुई । सविधान सभा की प्रथम बैठक लॉर्ड वैवेल के काल में हुई थी । और मुंबई , कलकत्ता और मद्रास में हाईकोर्ट की स्थापना 1862 में लॉर्ड कैनिंग के समय में हुई थी। तथा होमरूल लीग की स्थापना तथा चम्पारण सत्याग्रह 1917 में लॉर्ड चेम्सफोर्ड के समय में हुई । सहायक संधि की शुरुवात तथा फोर्ट विलियम कॉलेज की स्थापना 1800 ईसवी सं के काल में हुई थी वेलेजली के समय , भारत देश में सहायक संधि का प्रयोग डूप्ले के द्वारा किया गया था । महारानी विक्टोरिया कैंसर ए हिन्द उपाधि से 1877 के साल में लॉर्ड लिटन के द्वारा किया गया । और अंग्रेजी को शिक्षा का माध्यम बनाया 1835 में लॉर्ड विलियम बैंटिक ने , तथा बंगाल का शेर लॉर्ड वेलेजली कहलाता था । साइमन कमीशन भारत आया लॉर्ड इरविन के समय काल में , और क्रिप्ट मिशन का आगमन लॉर्ड लिनलिथगो के आगमन काल में हुआ था । कैबिनेट मिशन भारत देश पंहुचा था लॉर्ड वैवेल के काल में , और मुस्लिम लीग की स्थापना लॉर्ड मिंटो- II के समय काल में हुई थी । द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुवात लॉर्ड लिनलिथगो के काल में हुई थी, भारत छोडो आंदोलन भी लॉर्ड लिनलिथगो के काल में ही हुआ था । स्थानीय स्वशासन प्रारम्भ लॉर्ड रिपन के काल में हुआ था । तथा सविनय अवज्ञा आंदोलन लॉर्ड इरविन के समय काल में हुआ था । असहयोग आंदोलन हुआ था शुरू लॉर्ड चेम्सफोर्ड के काल में , और कांग्रेस की स्थापना या जन्म हुआ लॉर्ड डफरिन के समय में , तथा भारतीय प्रेस का मुक्तिदाता कहलाता है चार्ल्स मेटकॉफ और नर- बलि प्रथा का अंत लॉर्ड हार्डिंग के समय में हुआ था । दास प्रथा का उन्मूलन लॉर्ड एलनबरो द्वारा हुआ था । और भारत देश में जनगणना की शुरुवात लॉर्ड मेयो के द्वारा हुई थी । नियमित जनगणना की शुरुवात लॉर्ड रिपन के काल से हुई , और प्रथम गोलमेज सम्मेलन लॉर्ड लॉर्ड इरविन के समय में हुआ था । और द्वितीय गोलमेज सम्मेलन लार्ड वेलिंगटन के समय में हुआ । तथा तृतीय गोलमेज सम्मेलन लॉर्ड वेलिंगटन के समय में हुआ था , तो सभी अभ्यर्थियों ने इस पाठ में गवर्नल जनरल और वायसराय इस विषय में सम्पूर्ण जानकारी की महत्पूर्ण बातो का अभ्यास इसमें किया है