भौगोलिक पृथ्वी क्या है? / पृथ्वी का भौगोलिक परिचय / Prithvi ka Bhougolik Parichay
पृथ्वी के अगर विषुवत्तीय व्यास की अगर बात की जाय तो तो लगभग 12,756 किलो मीटर का पृथ्वी का विषुवत्तीय व्यास है और ध्रुवीय व्यास की बात की जाय तो 12,714 किलो मीटर का पृथ्वी का धुवीय व्यास है , ध्रुवीय और विषावत्तीय व्यास में अंतर लगभग 42 किलो मीटर का है, पृथ्वी की त्रिज्या 6378 किलो मीटर है और सर्वप्रथम पृथ्वी की त्रिज्या मापी थी इरेस्टो स्थनीज ने और पृथ्वी का औसत घनत्व है 5.5 ग्राम पर सेंटीमीटर घन , पृथ्वी गति करती है पश्चिम से पूर्व की और इसका अक्ष पर घूमना घूर्णन या परिभ्रमण कहलाता है और इसी घूर्णन या फिर परिभ्रमण की वजह से पृथ्वी पर दिन और रात होती है, पृथ्वी पर ऋतु का परिवर्तन परिक्रमण के कारन होता है , और हमें परिभ्रमण और परिक्रमण अलग- अलग दो प्रक्रियाएं है यह भी समजना जरुरी है । पृथ्वी की जो आतंरिक संरचना है वह बनी है, सियाल , सीमा और क्रोड़ (निफे) से । पृथ्वी की सबसे भीतर की परत है क्रोड़ मतलब की निफे , क्रोड़ बना है लोहा और निकेल से , सियाल बना है सिलिकन और मैग्नेशियम से , पृथ्वी का सुरक्षा वाल्व है ज्वालामुखी , पृथ्वी की सम्पूर्ण बाह्य परत लिथोस्फेयर से बनी है , बाह्य परत का उपरिभाग ऐस्थेनोस्फेयर से बना है , पृथ्वी पर सबसे लम्बा दिन उत्तर गोलार्ध का 21 जून है जो की राष्ट्रिय योग दिवस के तौर पर भी जाना जाता है , और 22 दिसम्बर दक्षिण गोलार्ध का सबसे बड़ा दिन है। पृथ्वी तल के सबसे छोटे दिनों की अगर बात की जाय तो उत्तर गोलार्ध का 22 दिसंबर है और दक्षिण गोलार्ध का 21 जून , पृथ्वी तल पर दिन और रात बराबर होते है 23 दिसम्बर को और 21 मार्च को और जब सूर्य और चन्द्रमा के बीच पृथ्वी आ जाये तब चंद्रग्रहण होता है , और जब सूर्य ग्रहण होता है तब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्र आ जाता है ।
पृथ्वी अपने अक्ष पर एक चक्कर पूरा करने में लगभग 23 घंटे 56 मिनट का समय लेती है , 1 अंश देशांतर घूमने में लगा समय 4 मिनट है , और पृथ्वी अपने अक्ष पर झुकी हुई है 23 मल्टीफिकेशन 1 पूर्णांक छेड़ 2 अंश इतनी पृथ्वी के भू- पर्पटी में प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन लगभग 46.80% और सिलिकॉन है 27.72% और एल्युमीनियम 8.13% मात्रा में उपलब्ध है , पाइथागोरस ने सबसे पहले कहा था की पृथ्वी गोल है , पृथ्वी के निचे का द्रवीभूत शैल मैग्मा कहलाता है , पृथ्वी तथा सूर्य के बिच सबसे ज्यादा दुरी 4 जुलाई के दिन होती है, अपसौर के दरम्यान में और उसी दिन पृथ्वी का तापमान थी लगभग साल में कम रहता है , तथा उपसौर के दौरान मतलब की 3 जनवरी को पृथ्वी तथा सूर्य के बिच की दुरी सबसे कम रहती है। ‘एपसाइड ‘ रेखा उपसौरिक और अपसौरिक रेखा को मिलाने वाली काल्पनिक रेखा को कहा गया है। पृथ्वी से चंद्र का सिर्फ और सिर्फ 57% प्रतिशत भाग दिखाई देता है । और पृथ्वी की आयु को ज्ञात किया जाता है ‘यूरेनियम काल निर्धारण विधी’ के द्वारा तथा दो देशांतर रेखाओ की बिच की दुरी को ‘गोरे’ कहा जाता है ।
सौर मंडल के बारे में सम्पूर्ण महत्वपूर्ण जानकारी । Saur Mandal Ke Baare Me Sampurn Mahatvapurn Jankari
सौर मंडल के खोजकर्ता कोपरनिकस को कहा जाता है , सौरमंडल में ग्रहो की बात की जाय तो कुल ग्रह 8 है , और ग्रहो के गति के नियम के प्रतिपादक है ‘केप्लर’ , सबसे बड़ा तथा भारी ग्रह बृहस्पति को माना जाता है । और दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है शनि , सबसे छोटे ग्रह की अगर बात की जाय तो बुध मतलब की मरकरी है , और सूर्य के सबसे निकट का ग्रह है बुध , और पृथ्वी के सबसे निकट का ग्रह है शुक्र । पृथ्वी के सबसे निकट का तारा है सूर्य , सूर्य के निकटतम तारा है प्रोक्सिमा सेंचुरी , सूर्य तथा पृथ्वी से दूर का ग्रह है वरुण , पृथ्वी के पडोसी ग्रह है शुक्र और मंगल , सर्वाधिक चमकीला और गर्म ग्रह है शुक्र , सर्वाधिक ठंडा ग्रह है वरुण मतलब नेपचून , सर्वाधिक उपग्रहों वाला ग्रह है शनि जिसके के कुल उपग्रह है 82 , और बिना उपग्रहों वाला ग्रह है बुध और शुक्र , लाल ग्रह कहा जाता है मंगल को और हरा ग्रह कहा जाता है वरुण को , पीला ग्रह कहा जाता है वृहस्पति को तथा नीला ग्रह कहा जाता है पृथ्वी को , और लेटा हुआ ग्रह कहा जाता है अरुण याने कि युरेनस , सर्वाधिक गैसों से घिरा ग्रह अरुण है , सबसे कम घनत्व वाला ग्रह है शनि , पृथ्वी की बहन या सौंदर्य की देवता शुक्र ग्रह को कहा जाता है , भोर या सांज के तारा शुक्र को कहा जाता है जिसका की दूसरा नाम है वीनस सबसे बड़ा उपग्रह है गैनिमीड मतलब की बृहस्पति, सबसे छोटा उपग्रह है डीमोस , फोबोस और डीमोस उपग्रह है मंगल ग्रह के , शनि के सबसे बड़ा उपग्रह है टाइटन , स्पष्ट वलय मतलब की आजु बाजु में रिंग्स जिसके है उस ग्रह के नाम है शनि जिसको की 9 वलयो ने घेरा हुआ है और यह जो वलय है शनि को घेरे हुए इनकी खोज की थी गैलिलिओ ने , सूर्य की अगर ऊर्जा के स्त्रोत देखा जाय तो इसमें होने वाला नाभिकीय संलयन है इसका संघटक है हाइड्रोजन और हीलियम और सूर्य के सतह के तापमान होता है 6000 अंश सेल्सियस सूर्य की बाह्यतम परत को किरीट या कोरोना कहा जाता है , सबसे चमकीला तारा साइरस मतलब की डॉग स्टार को कहा जाता है , पृथ्वी के विपरीत दिशा में चक्कर लगाने वाला ग्रह है जो की पूर्व से पश्चिम चक्कर लगता है जिसका नाम है शुक्र और अरुण , पृथ्वी के सबसे निकट तारे के प्रकाश को पृथ्वी पर पहुंचने में लगा समय 8.3 मिनट मतलब की 500 सेकंड या फिर 1.3 सेकंड का समय लग जाता है , भू स्थिर उपग्रहों की उचाई 36,000 किलो मीटर इतनी है , क्षुद्रग्रह स्थित है मंगल और बृहस्पति के बिच , सबसे बड़ा शूद्र ग्रह सेरेस है जिसकी खोज की थी पियाजी ने , चन्द्रमा को पृथ्वी की परिक्रमा करने में लगा समय 27 दिन और 8 घंटे लगभग इतना है। पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा में लगा समय 365 दिन और 6 घंटे इतना है, पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह चन्द्रमा है , और सी ऑफ ट्रैंक्विलिटी स्थित है चन्द्रमा पर , बौना ग्रह है प्लूटो जिसका की दूसरा नाम है यम दूसरा बौना ग्रह है सेरेस तथा तीसरा ग्रह है एरिस यह बौना ग्रहो के नाम थे , प्लूटो को ग्रहो की श्रेणी से हटाया गया था 2006 में यह सम्पूर्ण जानकारी हमें हमारे सौरमंडल के सम्पूर्ण अभ्यास रूबरू और जो महत्वपूर्ण जनरल नॉलेज के रूप भी बहुत ही ज्यादा उपयोगी है ।